Bhagwaan Kee Leela 441
आज कचहरी में कुछ ज्यादा ही भीड़ नज़र आने लगी है.आम तौर से जिसका नाम लिया जाता है उसे ही कचहरी के अंदर आने की अनुमति दी जाती है . लेकिन आज वायदा मांगने ावालों के साथ और बाहर के लोग भी कचहरी के अंदर शामिल थे .
मै भी ऐक वायदे में लिये कचहरी में उपस्तित था .
जो कहानी मै बताने जा रहां हूँ वो कुछ सालों की पुरानी बात है .
मदुरै शहर ऐक बस्ती में ऐक युवती को ऐक लड़का छेड़खानी कर रहा था . उस युवती के जीजा ने उस लड़के को सावधान रेहने को कहा वरना पुलीस में शिकायत करने की धमकी दी .
इस धमकी से वो लड़का बहुत नाराज़ हो गया और उसने उनके २ साल की बच्ची का अपहरण कर लियाऔर उसे अपने साथ तिरुनेलवेली ले आया .
कुछ ही देर बाद बच्ची रोने लगी . उसने उसे ऐक बड़ा खिलौना जिसे अंग्रेजी में टेडी बेयर केहते हैं उस बच्चे के हाथ में सौपा .
शहर के बाहर ऐक सुन सान मंदिर जा पहुंचा . बच्ची और जोरों से रोने लगी . और कोई चारा ना होने के कारण और डर कर उसने उस बच्चे को टेडी बेयर के साथ पास के कुवें में फेख दिया .
सुबह होते ही उस मंदिर के पुजारी को पास के कुवें से फीकी आवाज़ में किसी के रोने की आवाज़ आयी . पास जाकर देखा तो पंडित ने देखा की ऐक छोटी सी बच्ची अपनी हाथ में उस टेडी बेयर को अपने बाहों में सिमटकर कुवें के अंदर रो रही थी .
गांववालों ने मिलकर बच्ची को अस्पताल में भर्ती किया और पुलिस को खबर कर दी .
पुलिस ने ऐक ही घंटे में बच्चे की माँ बाप का पता लगा लिया और वो दोनों तुरंत मंदिर आ पहुंचे . उनकी ख़ुशी देखकर सब की आँखों में आंसू आ गई .
भैंस में विराज यमराज को ऐक छोटी सी बच्ची और उसके टेडी बेयर ने अपने से दूर रख्खा .
आज कचहरी में भीड़ का कारण ये था की उस बच्ची को सभी पूछ ताछ के बाद उसे अपने माँ बाप के पास सौंपा जा रहा था .
विशेष बात :
मंदिर का हर रोज़ आने वाला पंडित जो बिलकुल ही बेहरा था अपनी तबियत कुछ खराब होने के कारण उस ऐक दिन के लिये अपने साले को पूजा पाठ के लिये भेजा था .
भगवान् की लीला ही कुछ और है .
Hindi nahi malum hai
ReplyDeleteKya ji poora Hindi me likha
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