RAM LEELA - 790
RAM LEELA CELEBRATIONS
राम लीला का त्योहार
हर साल की तरह इस साल भी राम लीला २२ सितंबर से ३ अक्टूबर तक मनायी जाने वाली है । इस साल की थीम ३ डी में होगी जो इस त्योहार को ऐक अगली सतह पर ले जायेगी । श्री राम जी के हाथ द्वारा रावण का हरण यानी अच्छे के द्वारा बुरों का , सच के द्वारा झूठों का और कई और तरह की बदलावट लाने के कारण आज श्री राम भगवान माने जातें हैं ।
अब सवाल ये उठता है कि हम इस त्योहार को हर साल क्यों मनाते हैं ? आदमी अपने जीवन में सिर्फ येक ही बार मर सकता है । दस सर वाले रावण के हरण को हम सब हर साल क्यों मनाते हैं ?
राम लीला इस लिये मनाते हैं क्योंकि हम सब के अंदर ज्यादातर , हमारी अनुमति के साथ या उसके बग़ैर दस सिरों वाला रावण हमारे ही अंदर हर समय बसा करता है ।
१ ) अपने माता और पिता का कहना मानना .
२ ) अपने माता पिता की देखभाल करना
३ ) गुरु के आदेशों का पालन करना
४ ) दुष्टों से सबको बचाकर रखना
५) दूसरों कि पत्नियों को बुरी नज़र से ना देखना
६ ) हर ऐक के साथ भाई चारा निभाना
७ ) अपने से दी गई वादों को निभाना
८ ) सभी जीव जंतुओं कि रक्षा करना
९ ) दूसरों की सम्पत्ति पर अधिकार ना जताना
१० ) हर वक्त सच्चाई का पालन करना
ऊपर के दस सर वाले रावण को हम , कुछ को अपनों से दूर रखना चाहते हैं और कुछ को अपनी आदत बनाना चाहतें हैं ।
हमारी यादगाश कुछ कम होने के कारण अच्छी बातों और चीज़ों को जल्दी भूल जाने की आदत होने के कारण हम ,
इसे हर साल , हमे याद दिलाने के लिए इस त्योहार को राम लीला के नाम से मनाते हैं ! लाखों की तादात में राम लीला मैदान में लोग इकट्ठा होकर बुरे को हराकर अच्छायी की जीत मनाते हैं ,
इसे रावण जैसा , बड़ी ही ऊंचे वाले १० सिरों वाला पुतला या प्रतिमा बनाकर खड़ा कर दिया जाता है और इसके सारे शरीर में पटाखों और सूखे घासों से भरकर , खास कर रावण के दसों सिरों में पटाखों से भर दिये जाते हैं । पहले ही निर्धारित समय पर दो व्यक्ति , बिल्कुल श्री राम और लक्ष्मण जैसे सजकर अपनी तीर रावण के सिर पर चलाकर आतिशबाजी शुरू करते हैं ।
इतने सालों के बाद खड़गपुर में होने वाली राम लीला का त्योहार मुझे अब तक बिल्कुल भली भांति याद है ।
जय श्रीराम , बोलो सियावर राम चन्द्र की जय .
Beautiful Mamaji, only last night I was talking about Ramleela of Bhilai, how the huge Raavan is put to flames and how the crackers burst, how Ram sends the burning arrow towards Raavan. You have brought it all back again. Happy Dushera.
ReplyDeleteBTW, it think 2 ND October is Dushera and not 3.
Thank you.