KAUN ASLI MEIN AMEER HAI ? -480

         कौन असली में अमीर है ? 


अपने बेटे कि शादी में पूरी तरह व्यस्थ थी नीलमा . शहर के सबसे बड़े दुकान जाकर अपने रिश्तेदारों के लिये साड़ियां खरीद रहीं थी . आखिर में अपने घर की कामवाली के लिये सस्ते से सस्ते दाम पर बिकने वाली साडी दिखाने के लिये कह रह थी दुकानदार को .


ठीक उसी समय नीलिमा की कामवाली दुर्गाबाई अपने पास के दुकान जाकर कह रही थी  " भाईसाब हमारी मालकिन के बेटे की शादी है , इतने साल उनके साथ रेहने के कारण मै जानती हूँ कि वो अपने लिये छोड़कर बाकी सब के लिये साड़ियां खरीद rahee  hongi  , इस लिये उनके लिये ऐक अच्छी मेहंगी साडी दिखाइये .


अब प्रश्न ये उठता है कि इन दोनों में अमीर कौन है 

नीलिमा या दुर्गा बाई ?


शिमला में घूम फिरने के लिये श्रीमान और श्रीमती रंजन ने अपने ६ महीने के साथ ठहरने के लिये ऐक ३ स्टार होटल में कमरा बुक किया था . पहुँचते समय काफी देर हो चुकी थी और बच्चे के लिये दूध की ज़रुरत थी . मैनेजर से पूछने से पता चला की दूध तो मिल जायेगी लेकिन सिर्फ पैसे देने के बाद .



अगले दिन सैर सपाट के बाद , दोपहर को बच्चे के लिये वापस दूध की ज़रुरत पडी , और कोई चारा ना होने के कारण वो एक बिलकुल छोटे से चाय की दुकान में जाकर बच्चे के लिये दूध मंगवाई और गंगाराम चायवाले को पैसे देने तैयार हो गयी . गंगाराम बोला " मुझे क्यों शर्मिन्दा कर रही हो बेटी , इस छोटी , प्यारी बच्चे के दूध के पैसे लेकर मै कौनसा आलीशान घर बनाने वाला हूँ , जुग जुग जियो बेटी , खुश रहो और दूसरों में ख़ुशी बांटो .


अब इन दोनों में अमीर कौन है , मैनेजर या गंगाराम ?

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बांसुरी से निकलती हवा संगीत में बदलने के कारण सब उसे अपने होटों से लगाते हैं , 

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वो ही हवा फूटबाल में बंद रेहने के कारण उसे सब लात मारते हैं .

खुशियां बांटो और भला करो .

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