1964 SLBC AND 2022 GANTUBE - 520
I Have studied in the Hindi Medium from Classes LKG to Class IX . Every now and then to gainfully spend the Time which I seem to have in abundance , I do try to pen a few words in Hindi
Many among my colleagues may not view this effort with any degree of comfort , all the same I request everyone with even basic skills in Hindi Reading to give this a try.
भाईयों और बेहनों ,
हम श्रीलंका ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन के विदेश विभाग से बोल रहें हैं . आज सन १९६४ का गुरूवार , अगस्त २० तारीख है , हमाम साबुन के समय के अनुसार इस समय सुबह के ठीक ८ बजने वाले हैं .
मैं गणेश हरिहरन आप सबका चहीता
प्रोग्राम " आप ही के गीत " प्रस्तुत करने जा रहा हूँ .
आज के इस कार्यक्रम का सबसे पेहला गाना हमने फिल्म पारस मणि से लिया है. असद भोपाली के इस गीत को संगीतकार लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल ने संवारा है . इस गीत को मोहम्मद रफ़ी और लता मंगेशकर ने अपनी आवाज़ दी है .
इस गीत के लिये फरमाईश भेजने वालों के नाम हैं , बॉम्बे ब्रीच कैंडी से मुकुलेश और शोभा , बांद्रा से वारिजेन्द्र वर्मा , अँधेरी से परशुराम , खड़गपुर से रामाराव सिआलकोट - पाकिस्तान से मुहम्मद रिज़वान , आशिक रिज़वान और उनकी अम्मी रुखसाना बेगम , राजनांदगाव से विवेक शर्मा और उनकी धर्मपत्नी , जमशेदपुर से शांताराम भोंसले और झुमरी तलैया से रेखा , सुरेखा , सुगुना और सुभिक्षा .
जाते जाते आपको बताते चलें की फिल्म दोस्ती और पारस मणि के गीतों ने बम्बई की फिल्म जगत में ऐक हलचल सी मचा दी है और लक्समिकान्त प्यारेलाल का नाम दिन पर दिन उभरता चला आ रहा है.
तो लीजिये सुनिये फिल्म पारस मणि का लोकप्रिय गाना .
यहां पर ऐक बद्लावट , क्योंकि सन १९६४ के गीत को हम 2024 में प्रस्तुत की है , हमने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है और इस लोकप्रिय गाने को वीडियो फॉर्मेट में प्रस्तुत की है .
हमारी आशा है की आप इस कोशिश को सराहेंगे .
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